Friday, January 23, 2009

आशा.....!



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आशा वाटते नेहमी एखादया निराशेनंतर...!


आशेमध्ये आपले अंतरंग पुरेपूर अधांतर....!


तुझे-माझे दोघांचेही मन आशेला समांतर....!


दुर असुनही आपल्यात, सदैव सावलीचे अंतर....!!!



....मौसम



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